अगर आप भारत में हैं और यहां धरती पर इंद्रधनुष देखना चाहते हैं तो चले जाइए जम्मू कश्मीर (jammu kashmir) की राजधानी श्रीनगर. यहां रंग बिरंगे ट्यूलिप फूलों से बना इंद्रधनुष वाकई आपको पसंद आएगा. इस साल भी आपको ये नज़ारा दिखाने के लिए एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन (tulip garden) सजधज के तैयार है जो जनता के लिए इस साल 23 मार्च से खुलने वाला है.
दिल्ली में इस तरह पहली बार खिले दिखाई दे रहे हैं रंग बिरंगे ट्यूलिप
दुनिया भर में चुनिंदा जगहों पर ही उगाए जा सकने वाले वाले ट्यूलिप के अलग अलग रंगों के खूबसूरत फूल भारत की राजधानी दिल्ली में आने वालों के लिए नया आकर्षण हैं. जाती सर्दियों के बीच फिज़ा में हल्की हल्की गरमायश लाते मदमस्त वसंत में ट्यूलिप फूलों (tulip flower) का उन क्यारियों में खिलना शुरू हो गया है जिन तक कोई भी आसानी से पहुंच सकता है.
भारत और आस्ट्रेलिया में नया समझौता : एक दूसरे के यहां पर्यटन को बढ़ावा देंगे
सैर सपाटे के लिए भारत से आस्ट्रेलिया और आस्ट्रेलिया से भारत आने वालों और इससे जुड़े पर्यटन उद्योग के लोगों व संस्थानों के लिए ये अच्छी खबर है. दोनों देशों ,भारत और ऑस्ट्रेलिया ने आज (11 फरवरी, 2022 ) को नई दिल्ली में पर्यटन के क्षेत्र में आपसी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू -MOU) पर दस्तखत किए हैं.
चंडीगढ़ का बर्ड पार्क : काले और सफेद हंसों के जोड़े भी हैं यहां
चंडीगढ़ में घूमने और देखने लायक जगह में अब एक और आकर्षण जुड़ गया है. चंडीगढ़ के पूर्वी छोर पर सुखना लेक के पास ही ये खूबसूरत बर्ड पार्क है जो नवंबर 2021 में बनकर तैयार हुआ. चंडीगढ़ के बर्ड पार्क की खासियत ये है कि यहां पक्षी को ऐसे वातावरण में रखने के तरीके अपनाए गए हैं जिससे पक्षियों को लगे मानो वे प्राकृतिक वातावरण में हों.
लद्दाख में सैर सपाटे बढ़ाने के लिए आज से ख़ास शुरुआत
द्र शासित प्रदेश लद्दाख के उप-राज्यपाल राधा कृष्ण माथुर और केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी 26 से 28 अगस्त 2021 तक लेह में आयोजित किए जाने वाले मेगा-पर्यटन कार्यक्रम “लद्दाख: नई शुरुआत, नए लक्ष्य” को संबोधित करेंगे. श्री रेड्डी इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल होंगे.
केरल में मंत्री ने पत्नी संग राफ्टिंग और कयाकिंग करके ख़ास संदेश दिया
नदियों के जाल के कारण जल पर्यटन के लिहाज़ से ख़ास बना केरल अब उन सैलानियों को लुभाने की तैयारी कर रहा है जो नदी के जीव जन्तुओं , किनारे के जंगलों और बनस्पतीय प्राकृतिक सोंदर्य के साथ साथ रोमांच का भी मजा लेना चाहते हैं. कोविड जैसी महामारी में भी पर्यटन के लिहाज़ से