छठी पातशाही यानि सिखों के 6ठे गुरु श्री हरगोविंद साहब जिस चिनार के पेड़ के नीचे बैठकर लोगों के साथ विचार चर्चा करते थे, आज वो वृक्ष श्रद्धालुओं के मन की मुराद पूरी करने वाला पवित्र वृक्ष बन गया है.
43 दिन की अमरनाथ जी यात्रा 30 जून से शुरू होगी, रजिस्ट्रेशन चालू हैं
दो साल के अंतराल के बाद जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा 2022 (amarnath yatra 2022) की तैयारियां शुरू हो गई हैं. 30 जून 2022 से 11 अगस्त तक होने वाली 43 दिन की अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है. जिस रफ्तार से लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराना शुरू किया है और जैसी कि तैयारियां चल रही हैं 2022 में अमरनाथ यात्रियों की संख्या पहले के मुकाबले बहुत ज़्यादा होने की सम्भावना है.
आकर्षक है कश्मीर का ये गांव और यहां 10 पत्थरों से बना प्राचीन शिव मंदिर
पायर ..! कश्मीर का एक साधारण सा गांव लेकिन इसे असाधारण बनाता है एक शिव मंदिर. तकरीबन 1100 साल पुराने इस छोटे से सुंदर शिव मंदिर का यहां होना इसलिए भी हैरानी पैदा करता है क्योंकि लगभग 300 परिवारों वाले पायर गांव में एक भी हिन्दू परिवार नहीं है. ये पहलू अपने आप में शोध का विषय हो सकता है लेकिन ये शिव मंदिर आस्था के साथ साथ कश्मीर में मध्यकालीन शिल्प और निर्माण कला की खूबसूरत मिसाल है.
रावी किनारे छोटा हरिद्वार जहां पहाड़ की गुफाओं में पांडवों के बनाए मंदिर हैं
भारत के पंजाब राज्य में पर्यटन के साथ ही इतिहास और आस्था के नज़रिए से ऐसी गुफाओं वाले मन्दिर हैं जिनको महाभारत काल से जोड़ा जाता है. विशाल पहाड़ों के बीच बनी इन छोटी छोटी गुफाओं में पांडव भाई उपासना करते थे और ध्यान लगाया करते थे.
मन मोह लेने वाले कश्मीर के इस विष्णु मंदिर का सदियों पुराना इतिहास है
श्रीनगर से पहले जम्मू कश्मीर की प्राचीन राजधानी रहे अवंतिपुर का विष्णु मन्दिर बेशक खंडहर में तब्दील हो चुका है लेकिन ये खूबसूरत कश्मीर के इतिहास को अपनी नज़रों से देखने और महसूस करने की एक अच्छी और पैनी समझ पैदा कर सकता है. जो लोग भी कश्मीर घूमने जाना चाहते हैं या उसके बदले हालात के बारे में जानने और समझने के जिज्ञासु हैं उनको अवंतिपुर के सदियों पुराने इस मंदिर के अवशेष भी बहुत मदद कर सकते हैं.
रमणीक स्थल ब्रह्माहुति में भगवान ब्रह्मा का मन्दिर जिसे दुनिया जानती तक नहीं
भारत में सनातन पूजा पद्धति (हिन्दू धर्म) की मान्यता के मुताबिक इस संसार की रचना, संचालन और संतुलन (विनाश के ज़रिये) करने वाले तीन भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं लेकिन दिलचस्प तथ्य ये है कि तमाम देवी देवताओं के मुकाबले, सृष्टि के रचियता, भगवान ब्रह्मा जी के मन्दिर ही सबसे कम हैं.
कश्मीर में पानी मंदिर भी कहा जाता है इस शिव मन्दिर को
श्रीनगर हवाई अड्डे से तकरीबन 18 किलोमीटर दूर इस शिवालय (Shiv Mandir) को पानी मन्दिर (Pani Mandir) भी कहा जाता है. सिर्फ 17 फुट 6 इंच की परिधि वाले